एलो वेरा में है ऐसे गुण जिसे जानकर आप चौक जायेंगे ,Benefit of Aloe Vera (Alovera) एलो वेरा लिलेक परिवार का पौधा है जिसका उपयोग मनुष्य हजारों साल से करता आ रहा है। दुनिया में 200 से अधिक प्रकार का एलो पाया जाता है। इनमें एली बाबीडेन्सिस को मनुष्य के लिए सबसे अधिक लाभदायक माना जाता है। पौधे का सबसे महत्वपूर्ण अंग है एलो जल, जिसे पौधे के पत्तों से निकाला जाता है। पत्ता जब लगभग तीन साल का हो जाता है तभी उसमें अधिकतम पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं।

एलो का पौधा गरम और खुश्क जलवायु में पनपता है। एलो के पौधे को संस्कृत में ‘कुमारी’ कहते हैं, जिसका अर्थ है कुंवारी या युवती । यह जाहिर करता है कि इस पौधे में बुढ़ापा प्रतिरोधी तत्व है । जिनके उपयोग से इनसान लंबे समय तक अंदरुनी व बाहरी तौर पर जवान बना रह सकता है। आयुर्वेद में एलो के उपयोगों का वर्णन 4,000 वर्ष पहले हुआ था। एलो के भारत के विभिन्न भागों में कई नाम हैं, जैसे कोरफेड, कलामंडा, चित्रकुमारी, ग्रतकुमारी, गृहकन्या, ग्वारपाटा, क्वारगंधक, लालेसरा, कट्टर वाज़ा, कुमार पट्टू, सिरु कट्टलाई, कांतिकुदोर, इत्यादि।
अपने बहुत से फायदों की वजह से एलो को ‘चमत्कारी पौधा’ कहा जाता है। एलोवेरा में 18 एमिनो एसिड, 12 विटामिन और 20 खनिज पाए जाते हैं । इसके अलावा कई अन्य अनजाने यौगिक (Compounds) भी पाए जाते हैं । जिनकी गतिविधियों या प्रभाव को अभी तक ठीक से समझा नहीं जा सका है। स्थिरीकृत जल को पिया जा सकता है और इसे तमाम उपलब्ध सर्वश्रेष्ठ पूरकों में से एक माना जाता है। प्राकृतिक उत्पाद होने के कारण यह जैविक रूप से शरीर के लिए एकदम उपयुक्त है, इससे कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता और इसके सेवन से कोई इसका आदी नहीं होता।
एलोवेरा में पाये जाने वाले तत्व
1. लिगनिंस
एलो वीरा में सेलुलोज आधारित तत्व पाया जाते हैं जो मनुष्य की त्वचा के अंदर घुस जाने की सामर्थ्य रखते हैं ।
2. एलो वीरा में पाए जाने वाले सेपोनिंस
सेपोनिंस ग्लाइकोसाइड्स हैं, जो एलो वेरा जल में तीन प्रतिशत होते हैं । यह साबुन जैसा तत्व एंटीसेप्टिक है और प्राकृतिक रूप से मनुष्य के शरीर की अंदरूनी सफाई करता है।Benefit of Aloe Vera
3. एलो वीरा में पाए जाने वाले विटामिन
एलो वेरा जेल में विटामिन ए, बी-1, बी-2, बी-3, बी-5, बी-6, बी 12, सी, ई, के और कोलाइन तथा फॉलिक एसिड पाए जाते हैं। एलोविरा उन विरले पौधों में से है जो विटामिन बी-12 से समृद्ध होते हैं। जो हमारे सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं ।
4.एलो वीरा में पाए जाने वाले मिनरल्स
एलो वीरा में पाए जाने वाले मिनरल्स जैसे , कैल्शियम, मेग्नेसियम, फॉसफोरस, पोटेशियम, लौह, मँगनी तांबा, क्लोराइन व क्रोमियम जैसे प्रमुख खनिज एलो वेरा में पाए जाते हैं।
5. एलो वीरा में पाए जाने वाले एंजाइम्स
एलो वेरा में फॉस्फेट्स, एमिलेस, ब्रेडीकिनेस, लिपेस, केलेस सेल्यूलेस, क्रियेटइन फॉस्फोकिनेस, प्रोटिएस, अल्केलाइन फॉस्फेट और न्यूक्लियोट मौजूद होते हैं । जो कुछ भोजन को विघटित करते हैं और कुछ पाचन में सहायक होते हैं जबकि कुछ एंजाइम अत्यधिक उद्दीपन में कमी लाते हैं ।
6.एलो वीरा में पाए जाने वाले मोनो और पोलीसेखेराइड्स
एलो वीरा में एल्डोनेन्टोज, सेलुलोज, ग्लुकोज, मेनोज, एल-हेमनो और लिपेस जॅल में पाए जाते हैं। इनसे निरोधक प्रणाली (Immune System) में वृद्धि होती है और निर्विषीकरण में सहायता मिलती है।Benefit of Aloe Vera
7. एलो वीरा में पाए जाने वाले आवश्यक एमिनो एसिड्स
वैसे तो कुल आठ तरह के अमीनो एसिड पाये जाते हैं , जिनमे से सात अमीनो एसिड केयवल एलोवीरा में ही पाये जाते हैं । ये हैं -आइसोल्यूसाइन, ल्यूसाइन , लिसाइन , थेरोनाइन , वेलाइन , मिथियोनाइन तथा फेनीलालेनाइन पाये जाते हैं ।
8 . एलो वीरा में पाए जाने वाले सेकेन्डरी एमिनो एसिड्स
कुल चौदह में से 13 सेकेंडरी एमिनो एसिड्स एलो वैरा में होते हैं एलेनाइन अर्जीनाइन, ½ सिस्टाइन, एसपेरेटिक एसिड, ग्लूटेमिक एसिड, ग्लीसरीन, हिस्टीडाइन, टिरोसाइन, हाइड्रोक्सीप्रं न, प्रोलीन, सेरीन, आदि प्रमुख रूप से हैं ।Benefit of Aloe Vera
9. एलो वीरा में पाए जाने वाले एंथ्रोक्कीनोन्स
एलोइन, बार्बेलोइन, इसोबार्बेलोइन, एंथ्रेनोल, एंथ्रासीन, एलोटिक एसिड, एलो एमोडाइन, सिनेमिक एसिड, एस्टर ऑफ सिनेमिक एसिड, एस्टेरियोल ऑयल, क्रिसोफेनिक एसिड, एलो अल्साइन और रेसिस्टनोल एलो जॅल में पाए जाते हैं। ये प्राकृतिक एंटीबायटिक और पीड़ा निवारक हैं और हल्के जुलाब का काम करते हैं।
10. एलो वीरा में पाए जाने वाले प्लांट स्टेरोल्स
एलो वेरा में कोलेस्टरल, ल्यूपियोल, कैंपस्टरल और बी सिसोस्टरल पाये जाते हैं जो उद्दीपन विरोधी प्रभाव मुहैया कराने में सक्षम हैं ।Benefit of Aloe Vera
11. एलो वीरा में पाए जाने वाले सेलिसाइलिक एसिड
एस्थिरिन जैसी क्रिया की वजह से यह पीड़ा निवारक त उद्दीपन विरोधी प्रभाव उत्पन्न करता है । एलो वेरा के विभिन्न तत्व पूर्ण संतुलन व सामंजस्य के साथ मिलकर काम करते हैं और सेहत में सुधार लाते हैं। इसे योगवाही या सहक्रियाशील (Synergistic) कहते हैं जिसमें पूरे समूह का असर उस स्थिति से कहीं ज्यादा कारगर होता है जब इन अलग-अलग तौर पर लिया जाता है।
एलो वेरा के फायदे ( Benefit of Aloe Vera )
1. पाचन क्रिया ठीक करता है
एलो में वो बहुत सारे एंजाइम हैं जो पाचन के लिए जरूरी होते हैं। कुछ ऐसे राम भी हैं जिन्हें पेंक्रियास भी पैदा नहीं करता। यह छोटी आंतों को साफ और निविंग आता है, पोषक तत्वों के आत्मसात्करण और जज्ब करने की क्षमता बढ़ाता है, एसिडिटी तटस्थ करके पीएच संतुलन लाने में सहायता करता है। उदर वायु यानी अफारा और कर को ठीक करता है। यह हल्का जुलाब है लेकिन दस्त लगने पर यह पेट को खाली होने से रोकता है और इस तरह उदर से एसिड एंजाइम पेपसिन का अत्यधिक निकास घट जाता है।Benefit of Aloe Vera
2. एलोवेरा उद्दीपन विरोधी व पीड़ा निवारक है
एलोवेरा में प्लांट स्टेरोल्स, एंजाइम्स और ग्लाइकोप्रोटीन्स, एंक्वीनोन्स, सेलिसाइलेट्स जैसे कई दूसरे तत्व मौजूद होते हैं जो दर्द व उद्दीपन को घटा देते हैं। इसकी यह कार्रवाई उसी तरह होती है जैसी कोर्टीसोन जैसे स्टेरॉयड्स लेने पर होती है, मगर इससे स्टेरॉयड जैसे दुष्प्रभाव नहीं पड़ते और न ही इसकी लत लगती है। प्लांट स्टेरोल उन सब्जियों में भी होते हैं जिन्हें हम खाते हैं। एलो वेरा में कोर्टिसोन नहीं होता।
3. एंटीबायटिक, एंटीफंगल और एंटीवायरल होता है एलोवेरा
एलोवेरा सेलमोनेला, स्टेफीलोकोकस, स्ट्रेपटोकोसी और ई-कोली जैसे बेक्टीरिया के अलावा कैंडिडा एल्बीकेंस जैसे फंगस को खत्म करता है। विभिन्न वायरसों के विरुद्ध की जाने वाली इसकी कार्रवाई सिद्ध हो चुकी है। कई तरह के ल्यूकेमिया और जानवरों के कैंसर में इसका उपयोग किया जाता है। एचआईवी से लड़ने में इसकी सामर्थ्य पर कई अध्ययन चल रहे हैं।
4. एलोवेरा नई कोशिकाओं के उत्पादन करता है
नवजीवन यह नई कोशिकाओं के उत्पादन को तेज करता और मृत तथा बूढ़ी कोशिकाओं को हटाता है। एलो में केलसियम है जो कोशिकाओं के तरल तत्व को नियमित करता है। बाह्य और आंतरिक संतुलन बरक़रार रखता है जिसके चलते पूरे शरीर में स्वस्थ कोशिकाएं मौजूद रहती हैं। शारीरिक क्रियाकलाप के लिए कोशिका स्वास्थ्य बहुत अहम होता है। इस कार्रवाई की वजह से शरीर के आंतरिक अंगों को नई स्फूर्ति मिलती है और वह पहले से अधिक चुस्त व मजबूत बन जाते हैं। सिंथेटिक दवाइयां कोशिकाओं के अंदर तक नहीं पहुंच सकतीं। Benefit of Aloe Vera
5. एलोवेरा निर्विषीकरण करता है
एलो वेरा छोटी आंतों को साफ करके विषैले तत्वों को बाहर निकाल देता है । इसके बाद यह आंतों में जज्व हो जाता है और खून के जरिए जिगर व गुर्दों में पहुंच जाता है, जो मानव-शरीर का निर्विषीकरण करने वाले मुख्य अवयव हैं। एलो में मौजूद पोटेशियम जिगर व तत्व खत्म कर देने के लिए प्रेरित करता है।Benefit of Aloe Vera
6. एलोवेरा ऊर्जाकारक होता है
एलो वेरा अच्छी मेटाबोली को बढ़ाता है। यह मेटाबोली ही है जो में का उत्पादन करती है। शरीर के समुचे क्रियाकलाप में सुधार आता है और ऊर्जा का स्तर ऊपर उठा देता है । Benefit of Aloe Vera
7.एलोवेरा में पौष्टिक तत्वों का है भंडार
पौष्टिकता के मामले में एलोवेरा जेल एक पूरा शक्तिपुंज है क्योंकि इसमें ए, सी, बी-5 और बी-6 जैसे विटामिनों की भरमार है। इसके अलावा इसमें बी-12 भी है जो विरले पौधों में ही मिलता है। एलोवेरा में लौह, मेग्नेसियम, सोडियम, फॉसफोरस सियम और तांबा जैसे खनिज भी मिलते हैं । शरीर को कोशिकाओं व ऊतकों के विकास के लिए जिन 22 एमिनो एसिड्स की जरूरत पड़ती है, इनमें से 20 तो एलो वेरा में ही मौजूद हैं । यह उन कई एंजाइमों से भी समृद्ध है जो उदर तथा आंतों के अंदर कार्बोहाइड्रेट्स एवं प्रोटीनों को विघटित करते हैं।Benefit of Aloe Vera
8.एलो वेरा स्वास्थ्य लाभ को बढ़ता है
एलोवेरा में मौजूद केलसियम, पोटेशियम व जिंक के उच्च स्तर और वीटामिन-सी तथा ई की उपस्थिति से रेशों का जाल बन जाता है जो खून की लाल कोशिकाओं को फंसा लेता है। इससे स्वास्थ्य लाभ की प्रक्रिया गतिवान हो जाती है। एलो वेरा में कैलसियम का तत्व मांसपेशी की सेहत और कोशिका संप्रेषण को बरकरार के काम आता है। एलोवेरा अपने विभिन्न पौष्टिक तत्वों की सहक्रियाशीलता के जरिए स्वास्थ्यलाभ को बढ़ावा देता है।
9.एलोवेरा नई कोशिकाओं का निर्माण करता है
यह क्षतिग्रस्त कोशिकाओं व ऊतकों की जगह नई कोशिकाओं का निर्माण करने में सक्षम होता है ।Benefit of Aloe Vera
10.त्वचा उपचार करने में सक्षम
एलोवेरा में त्वचा के अंदर गहराई तक पैठने की क्षमता है। यह उद्दीपन को और त्वचा में नमी पैदा करता है। प्रभावित क्षेत्र में मरहम की तरह से लगाने पर सूजन कम हो जाती है और यह रक्तसंचार को बढ़ता है। जलने से हुए जख्मों, धूप अन्य क्षतियों में एलोवेरा बहुत उपयोगी होता है ।
11. एंटी-अलर्जिक है एलोवेरा
एलोवेरा में मैग्नेशियम लेकटेट पाया जाता है , जो एंटी-अलर्जिक होता है । Benefit of Aloe Vera
12. एलोवेरा है अंतर्वेधी (Penetrative)
एलोवेरा में मौजूद लिगनिन्स में त्वचा के अंदर गहराई तक पैठने की क्षमता होती है। जिसमें लिगनिन्स के साथ अन्य तत्व भी अंदर चले जाते हैं और स्वास्थ्यलाभ की प्रक्रिया गतिवान हो जाती है।Benefit of Aloe Vera
13 . सौंदर्य के लिए उपयोगी
एलो वेरा सौंदर्य प्रसाधन उद्योग में बहुत लोकप्रिय हो चुका है। त्वचा के लिए यह बहुत कारगर चीज़ है— क्षतिग्रस्त त्वचा की मरम्मत और संदूषणों का नियंत्रण करने के अतिरिक्त यह त्वचा की नमी और उसकी अच्छी सेहत बरकरार रखता है। त्वचा के रोम खोलकर त्वचा पर जम गए तेल को हटाता है। जो पोषक इससे मिलते हैं उनसे त्वचा नरम, लचीली और स्वस्थ बनी रहती है। गहराई तक साफ करने की इसकी सामर्थ्य ने इसे अच्छे साबुनों और शैंपूओं का अभिन्न अंग बना दिया है।
सनस्क्रीन और त्वचा की सुरक्षा के लिए, बनने वाली क्रीम व लोशनों में धड़ल्ले से इसका इस्तेमाल हो रहा है। डिटर्जेंटों में भी एलो वेरा का उपयोग होता है। जिन टूथपेस्टों में एलो वेरा होता है, उनसे दांतों का स्वास्थ्य अच्छा रहता है। एलो वेरा जिंजीवाइटिस और पीरियडोनाइटिस जैसी मसूढ़ों की बीमारियों से लड़ने के अलावा दांतों को साफ और सांस की दुर्गंध को दूर करता है। एलो वेरा से दुष्प्रभाव होते हैं, ऐसा अब तक पता नहीं चला है।Benefit of Aloe Vera
और पढ़ें पुरुषों के लिए कच्चे लहसुन खाने का लाभ | Benifits of garlic ,पत्थरचट्टा में है चौकाने वाले गुण,पथरी से लेकर स्किन की समस्या को दूर करे ,
नोट : एलो वेरा का सेवन किसी आयुर्वेद चिकित्सक की देखरेख में ही पीना चाहिए । किसी प्रकार की समस्या होने पर डॉक्टर की सलाह जरूर लें
प्रश्न : एलोवेरा खाली पेट पीने से क्या होता है ?
उत्तर : एलोवेरा खाली पेट पीने से बहुत सारे फायदे होते हैं जैसे :
1. एलो वेरा छोटी आंतों को साफ करके विषैले तत्वों को बाहर निकाल देता है ।
2. एलोवेरा सेलमोनेला, स्टेफीलोकोकस, स्ट्रेपटोकोसी और ई-कोली जैसे बेक्टीरिया के अलावा कैंडिडा एल्बीकेंस जैसे फंगस को खत्म करता है।
3.मेटाबॉलिज्म 24 प्रतिशत तक बढ़ा देता है ।
4. शरीर में पानी की कमी को पूरा करता है ।
5. पेट की सफाई अच्छी तरह से कर देता है ।
प्रश्न : एलोवेरा के क्या नुकसान हैं ?
उत्तर : एलोवेरा को ज्यादा मात्रा में नहीं पीना चाहिए । इससे आप को लूज मोशन की शिकायत हो सकती है , शुगर भी बढ़ सकता है और आप का मोटापा भी बढ़ सकता है ।
प्रश्न : एलोवेरा जूस कब और कैसे पीना चाहिए ?
उत्तर : एलोवेरा जूस पीने का सही तरीका ये है की इसे सुबह खाली पेट फ्रेश होने के बाद 30 से 40 एमएल तक पीना चाहिए । जूस पीने केआधे घंटे बाद एक गिलास पानी पीना चाहिए । इस तरह पीने से बहुत ज्यादा फायदा करता है ।
1 thought on “एलो वेरा में है ऐसे गुण जिसे जानकर आप चौक जायेंगे | Benefit of Aloe Vera, Alovera”