Karak | कारक हिंदी व्याकरण का एक प्रमुख हिस्सा है ।इस पोस्ट में कारक की परिभाषा,Karak ki Paribhasha,Karak chinh ,Karak ke kitne bhed hote hain(कारक के भेद कितने होते हैं ) , Karak kitane prakar ke hote hain , karak in hindi ,Karak in English,भेद और उदाहरण सहित पूरी जानकारी इस पोस्ट में बताया गया है। इस पोस्ट को पढ़कर पूरी जानकारी ले सकते हैं ।

कारक की परिभाषा (Karak ki Paribhasha)
संज्ञा अथवा सर्वनाम के जिस रूप से उसका संबंध क्रिया के अथवा वाक्य के अन्य शब्दों के साथ प्रकट होता है, उसे कारक कहते हैं।
कारक को प्रकट करने के लिये संज्ञा या सर्वनाम के साथ जो चिन्ह लगाये जाते हैं ,उन्हें विभक्तियाँ कहते हैं ।
उदाहरण – पेड़ से पत्ते गिरते हैं । ‘पेड़” कारक सूचक शब्द है और ”से” कारक सूचक चिन्ह या विभक्ति है ।

Karak in English
The form of a noun or pronoun in which its relation is known with any other word of the sentence is called Karak. The words used in the sentence are related to each other. The direct relation of the noun with the verb is the causative. The signs which are used with nouns and pronouns to express the factor are called inflection.
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karak ke kitne bhed hote hain (कारक के प्रकार)
हिंदी में कारक के आठ प्रकार होते हैं । जो निम्न लिखित हैं ।
- कर्त्ता कारक
- कर्म कारक
- करण कारक
- संप्रदान कारक
- अपादान कारक
- संबंध कारक
- अधिकरण कारक
- संबोधन कारक
Karak chinh ( कारक चिन्ह )
कारक | विभक्तियां |
कर्ता | ने |
कर्म | को |
करण | से , के द्वारा |
संप्रदान | के लिए |
अपादान | से अलग होना |
संबंध | का , के, की, रा, रे, री |
अभिकरण | में , पर |
संबोधन | हे , ओ, अरे |
1.कर्त्ता कारक
संज्ञा का वह रूप जो क्रिया को करने वाले का बोध करता है , उसे कर्त्ता कारक कहते हैं।
जैसे:
- श्याम ने किताब पढ़ा । (में श्याम कर्ता karak है।)
- कार ने टक्कर मारी । (में कार कर्ता karak है ।)
- मोहन ने मारा । (में मोहन कर्ता karak है ।)
- राम ने लिखा (में राम कर्ता karak है।)
2.कर्म कारक
क्रिया के फल का प्रभाव जिसपर पड़ता है , उसे कर्म कारक कहते हैं ।
जैसे :
- राम ने रावण को मारा ।
- अमर ने मदन को पिता ।
3. करण कारक
कर्त्ता अपने कार्य की सिद्धि के लिए जिससे सर्वाधिक सहायता प्राप्त करता है, उसे करण कारक कहते हैं।
जैसे :
- राम पेन से लिख रहा है ।
- वह कार से घर जा रहा है ।
- अमर फावड़े से खुदाई कर रहा है।
4. संप्रदान कारक
वाक्य में संज्ञा या सर्वनाम का वह रूप जिसके लिए क्रिया की जाती है, उसे संप्रदान कारक कहते हैं ।
जैसे :
- राम के लिए पेन खरीदा ।
- पूजा के लिए साड़ी लाया ।
- मदन के लिए कार गिफ्ट दिया ।
5.अपादन कारक
वाक्य में संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप से अलगाव, दूरी या पृथकता का बोध होता है, उसे अपादान कारक कहते हैं।
जैसे:
- पेड़ से पत्ता गिरता है।
- राम घर से बाहर जाता है।
6. सम्बन्ध कारक
वाक्य में संज्ञा या सर्वनाम से जिस संज्ञा या सर्वनाम का सम्बंध प्रकट किया जाता है, उसे सम्बंध कारक कहते हैं।
जैसे :
- यह शिवा की पुस्तक है ।
- यह रमन की कार है ।
- यह पूजा का घर है।
7. अधिकरण कारक
वाक्यों में संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप के द्वारा क्रिया के आधार या स्थान का बोध होता है, उसे अधिकरण कारक कहते हैं।
जैसे:
- मेज पर किताब रखी है।
- चिड़ियां आकाश में उड़ रही हैं।
8. सम्बोधन कारक
वाक्य में जिस संज्ञा या सर्वनाम को सम्बोधित किया जाता है , उसे सम्बोधन कारक कहते हैं।
जैसे :
- हे भगवान ! मुझे बचाना ।
- अरे ! तुम क्या कर रहे हो ?
अब आप को कारक की परिभाषा,Karak ki Paribhasha,Karak chinh ,Karak ke kitne bhed hote hain(कारक के भेद कितने होते हैं ) , Karak kitane prakar ke hote hain , karak in hindi ,Karak in English,भेद और उदाहरण सहित, की जानकारी मिल ही गई होगी । यह पोस्ट आप को कैसी लगी कृपया कमेन्ट करके बताएं ।
What is Karak in English grammar?
The form of a noun or pronoun in which its relation is known with any other word of the sentence is called Karak
कारक किसे कहते हैं ?
संज्ञा अथवा सर्वनाम के जिस रूप से उसका संबंध क्रिया के अथवा वाक्य के अन्य शब्दों के साथ प्रकट होता है, उसे कारक कहते हैं।
कारक कितने प्रकार का होता है ?
हिंदी में कारक के आठ प्रकार होते हैं । जो कर्म कारक, करण कारक, संप्रदान कारक,अपादान कारक,संबंध कारक,अधिकरण कारक, संबोधन कारक, हैं ।