Side Effects Of Papaya Fruit | पपीता खाने के नुकसान

Side Effects Of Papaya Fruit | पपीता खाने के नुकसान , अब तक आपने पपीते के सेवन से फ़ायदे के बारे में सुना है लेकिन अब मैं आपको इससे होने वाले नुकसान बारे में इस पोस्ट के माध्यम से जानकारी दूंगा। हालाकि पका हुआ पपीता फाइबर का एक हेल्दी स्रोत है , इसमें कैलोरी और फैट बहुत कम मात्रा में पाया जाता है। लेकिन पपीता कुछ परिस्थितियों में नुकसानदेह भी हो सकता है।इसके ज्यादा मात्रा में सेवन करने से कई तरह से स्वास्थ्य पर असर भी पड़ सकता है।

Side Effects Of Papaya Fruit

Side Effects Of Papaya Fruit ( पपीता खाने के नुकसान)

पपीता उन लोगों को बहुत नुकसान पहुंचा सकता है जिनको इससे एलर्जी है। गर्भवती महिलाओं को भी नुकसान पहुंचा सकता है, तो पूरा डिटेल से जानते हैं कि किन परिस्थितियों में पपीता नुकसान पहुंचा सकता है।

1. गर्भावस्था में नुकसानदेह

कच्चे पपीते में लेटेक्स और पिपेन पाया जाता है जिसकी अधिकता होने से महीलाओं को गर्भावस्था में नुकसान पहुंचा सकता है। एक्सपर्ट बताते हैं कि अधपके और कच्चे पपीते के सेवन से गर्भपात भी हो सकता है। इस लिए महीलाओं को गर्भावस्था में कच्चा और अधपका पपीता नही खाना चाहिए।

2.पेट सम्बन्धित बीमारियों में नुकसानदेह

अगर आप को पेट सम्बन्धित कोई प्राब्लम है तो पपीते का सेवन बहुत कम करना चाहिए क्योंकि यह अधिक मात्रा मे सेवन करने से दस्त को बढ़ा सकता है। इसके अधिक मात्रा में सेवन करने से डायरिया की शिकायत हो सकती है। पाचन तंत्र को खराब कर सकता है।

3. खून को पतला करने वाली दवाओं से एलर्जी

अगर आप खून को पतला करने वाली दवा ले रहें हैं तो डॉक्टर की सलाह लेकर ही इसका सेवन करें। अध्ययन से पता चला है कि पपीते में पाए जाने वाला लेटेक्स से दवाओं के प्रभाव को बढ़ाने की क्षमता हो सकती है।

4. कब्ज बढ़ा सकता है

पपीता पेट से सम्बन्धित बीमारियों में लाभदायक होता है, इसमें अधिक मात्रा मे फाइबर पाया जाता है। अगर पपीता अधिक मात्रा मे सेवन किया जाता है तो कब्ज होने का खतरा बढ़ सकता है।

5. रेस्पिरेटरी एलर्जी

पपीते में पाया जाने वाला एंजाइम पपैन एक बहुत ही खरनाक एलर्जी का कारण है। पपीते के अधिक मात्रा मे सेवन करने से रेस्पिरेटरी विकारों को बढ़ा सकता है जिससे एलर्जी और बढ़ सकती है।

6. कैरोटेनीमिया नमक बीमारी हो सकती है

पपीते में बीटा कैरोटीन अधिक मात्रा मे पाया जाता है, इसके ज्यादा मात्रा मे सेवन करने से त्वचा का रंग उड़ सकता है, यह पीलिया की तरह ही होता है। पैर के तलवे और हथेलियां तथा आंखो का सफेद भाग पीला हो जाता है, इस तरह की बीमारी को कैरोटेनीमिया कहते हैं।

7. स्तनपान कराने वाली महीलाओं के लिए असुरक्षित

स्तनपान कराने वाली महीलाओं को सलाह दी जाती है कि इस दौरान पपीते का अधिक सेवन न करें। पपीते का सेवन नुकसानदेह साबित हो सकता है।

नोट

यह सुझाव मात्र है। अपने चिकित्सक से परामर्श लेकर ही इसका सेवन करें। Bukhar me Papita khana chahiye ya nahin | बुखार में पपीता खाना चाहिए या नहीं

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