Janmdin Ki Badhai Sanskrit Me | जन्मदिन की बधाई संस्कृत में

Janmdin Ki Badhai Sanskrit Me

Janmdin Ki Badhai Sanskrit Me; जन्मदिनमिदम् अयि प्रिय सखे। शं तनोतु ते सर्वदा मुदम्। जन्मदिवसस्य हार्दिक्य: शुभकामना:।। जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ! अर्थ: हे प्रिय मित्र, तुम्हारा जन्मदिन तुम्हारा जीवन आनंद से भर दे। जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ। यह एक सरल लेकिन सुंदर संस्कृत श्लोक है जिसका उपयोग किसी भी प्रियजन को उनके जन्मदिन पर शुभकामना … Read more

Vachya Parivartan ke Niyam | वाच्य परिवर्तन के नियम

Vachya Parivartan ke Niyam कर्तृ वाच्य में वर्तमानकाल की क्रियाओ को यदि कर्मवाच्‍य में परिवर्तित किया जाता है तो क्रियाओ में निम्न प्रकार परिवर्तन होता है। जैसे – वाच्य परिवर्तन के नियम को नीचे विस्तार से समझाया गया है वाच्य परिवर्तन (Vachya Parivartan ke Niyam) वाक्य की उस दशा को वाच्य कहा जाता है जिससे … Read more

Surya ka Paryayvachi Shabd Sanskrit Me | सूर्य का पर्यायवाची शब्द संस्कृत में

Surya ka Paryayvachi Shabd Sanskrit Me, सूर्य का पर्यायवाची शब्द संस्कृत में और फूल का संस्कृत में पर्यायवाची शब्द बहुत ही बेहतरीन तरीके से उदाहरण सहित लिखा गया है। Surya ka Paryayvachi Shabd Sanskrit Me सूर्य का पर्यायवाची शब्द संस्कृत में निम्नलिखित हैं: इनमें से कुछ Surya ka Paryayvachi Shabd Sanskrit Me के अर्थ निम्नलिखित … Read more

Chandrama Ka Paryayvachi Shabd Sanskrit Me | चंद्रमा का पर्यायवाची शब्द संस्कृत में

Chandrama Ka Paryayvachi Shabd Sanskrit Me चंद्रमा का पर्यायवाची शब्द संस्कृत में निम्नलिखित हैं: इनमें से “शशि” और “इंदु” चंद्रमा के सबसे सामान्य पर्यायवाची शब्द हैं। “सोम” और “चंद्र” भी चंद्रमा के पर्यायवाची शब्द हैं, लेकिन इनका प्रयोग अधिक औपचारिक संदर्भों में किया जाता है। “रजनीश” और “चंद्रमाक” का प्रयोग चंद्रमा के रात्रि में दिखाई … Read more

Nadi Ka Paryayvachi Shabd Sanskrit Me | नदी का पर्यायवाची शब्द संस्कृत में

Nadi Ka Paryayvachi Shabd Sanskrit Me : संस्कृत में, नदी के कई पर्यायवाची शब्द हैं। इनमें से कुछ प्रमुख शब्द निम्नलिखित हैं: इनमें से प्रत्येक शब्द का अपना अर्थ है। उदाहरण के लिए, “नदः” का अर्थ है “जलधारा”, “सरिः” का अर्थ है “जलप्रवाह”, “तरङ्गवती” का अर्थ है “तरंगों वाली”, “धुनिः” का अर्थ है “ध्वनि वाली”, … Read more

Savitribai Phule Biography in Sanskrit

सावित्रीबाई फुले भारतीयसमाजसुधारका महिलाशिक्षिका च आसीत् । सा महिलाशिक्षाक्षेत्रे, समाजसुधारक्षेत्रे च महत्त्वपूर्णं कार्यं कृतवती । सा महाराष्ट्रे प्रथमं महिलाविद्यालयं प्रारब्धवती, महिलानां शिक्षणाय, तेषां अधिकाराणां कृते युद्धं च कृतवती । Savitribai Phule Biography in Sanskrit पूरा नाम सावित्रीबाई फुले माता का नाम लक्ष्मीबाई पिता का नाम खंडोजी नेवसे पति का नाम ज्योतिबा फुले जन्म 3 जनवरी … Read more

Vari Shabd Roop | वारि शब्द रूप

Vari Shabd Roop वारि शब्द रूप (ईकारान्त नपुंसकलिङ्ग) : सभी तरह के ईकारान्त नपुंसकलिङ्ग वाले शब्दों के रूप इसी प्रकार से बनाए जाते हैं। Vari Shabd Roop वारि शब्द रूप विभक्ति एकवचन द्विवचन बहुवचन प्रथमा वारि वारिणी वारीणि द्वितीया वारि वारिणी वारीणि तृतीया वारिणा वारिभ्याम् वारिभिः चतुर्थी वारिणे वारिभ्याम् वारिभ्यः पंचमी वारिणः वारिभ्याम् वारिभ्यः षष्ठी … Read more

Sanskrit Shlokas: अनमोल संस्कृत श्लोक और उनके अर्थ हिंदी में

Sanskrit Shlokas: संस्कृत एक अतीत की भाषा है जिसका हमारे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान है। इस लेख में, हम विभिन्न संस्कृत श्लोकों को समझने का प्रयास करेंगे। संस्कृत श्लोक: कालजयी ज्ञान के रत्न सारांश: भूमिका: देश की हवाओं में गूंजते मंत्रों और भजनों से लेकर प्राचीन ग्रंथों के पन्नों में छुपे रत्नों तक, संस्कृत श्लोक … Read more

Karma Par Sanskrit Shlok | कर्म पर संस्कृत श्लोक

Karma Par Sanskrit Shlok : कर्म पर संस्कृत में कई श्लोक हैं। इनमें से कुछ प्रमुख श्लोक इस प्रकार हैं: अर्थ: तुम्हारा कर्तव्य कर्म करने में ही है, फलों में कभी नहीं। अर्थ: समत्वबुद्धि युक्त पुरुष यहां (इस जीवन में) पुण्य और पाप इन दोनों कर्मों को त्याग देता है। अर्थ: तुम शास्त्र विधि से … Read more