Karma Par Sanskrit Shlok | कर्म पर संस्कृत श्लोक

Karma Par Sanskrit Shlok | कर्म पर संस्कृत श्लोक , यहां कर्म के महत्व को दर्शाने वाले 20 छोटे संस्कृत श्लोक दिए गए हैं, जो प्रेरणादायक और शिक्षाप्रद हैं:

Karma Par Sanskrit Shlok

Karma Par Sanskrit Shlok


1. कर्म का महत्व

कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।  
मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते सङ्गोऽस्त्वकर्मणि।।  

(गीता 2.47)
अर्थ: तुम्हारा अधिकार केवल कर्म करने में है, फल में नहीं। इसलिए कर्म का त्याग न करें।


2. फल की चिंता मत करो

युक्तः कर्मफलं त्यक्त्वा शान्तिमाप्नोति नैष्ठिकीम्।  
अयुक्तः कामकारेण फले सक्तो निबध्यते।।  

(गीता 5.12)
अर्थ: जो फल की आसक्ति त्याग कर कर्म करता है, वह शांति प्राप्त करता है।


3. पुरुषार्थ से ही सफलता

उद्यंेन हि सिद्ध्यन्ति कार्याणि न मनोरथैः।  
न हि सुप्तस्य सिंहस्य प्रविशन्ति मुखे मृगाः।।  

अर्थ: केवल इच्छाओं से कार्य सिद्ध नहीं होते। प्रयास आवश्यक है, जैसे सोते हुए सिंह के मुख में मृग स्वयं नहीं आते।


4. श्रम ही धन है

श्रम एव मानुषाणां निधानं धनसंचये।  
श्रमं विना न सिद्ध्यन्ति मनोरथसहस्रणि।।  

अर्थ: श्रम ही मनुष्यों का सबसे बड़ा धन है। इसके बिना हजारों इच्छाएँ पूरी नहीं होतीं।


5. परिश्रम का महत्व

क्लेशोऽधिकतरस्तेषां अविद्यासक्तचेतसाम्।  
कर्मयोगरतः पुमान् स श्रेयांस्संप्रपद्यते।।  

अर्थ: आलसी मनुष्य दुख भोगते हैं, जबकि कर्मयोग में लीन व्यक्ति उन्नति को प्राप्त करता है।


6. कर्म से धर्म

धर्म एव हतो हन्ति धर्मो रक्षति रक्षितः।  
तस्माद्धर्मो न हन्तव्यो मा नो धर्मो हतोऽवधीत्।।  

अर्थ: धर्म का पालन करने से वह हमारी रक्षा करता है, और इसका त्याग करने पर यह हमारा नाश करता है।


7. कर्म से उन्नति

कर्म यन्त्रं समारुह्य भवेद्योगः प्रशंसितः।  
कर्म हीनं जगद्व्याप्तं निरर्थं स्याद्विनाशिनम्।।  

अर्थ: कर्म के बिना यह संसार नष्ट हो जाएगा। कर्म ही जीवन को गति देता है। Karma Par Sanskrit Shlok


8. निष्ठा से कर्म करो

निष्कामकर्मयोगेन श्रेयः पथ्यमुपेयिवान्।  
कामक्रोधविमुक्तात्मा सुखं योगी समश्नुते।।  

अर्थ: निष्काम कर्म करने वाला व्यक्ति ही सच्चा सुख पाता है।


9. परहित कर्म

परोपकाराय फलन्ति वृक्षाः, परोपकाराय वहन्ति नद्यः।  
परोपकाराय दुहन्ति गावः, परोपकारार्थमिदं शरीरम्।।  

अर्थ: वृक्ष, नदियाँ, और गायें दूसरों के लिए फल देती हैं। इसी प्रकार मनुष्य का शरीर भी परोपकार के लिए है।


10. कर्म और पुरुषार्थ

पुरुषार्थो हि संसारस्य पथ्यं पतनहेतुभिः।  
पुरुषः कर्मयोगेन भवत्युत्तमसाधनम्।।  

अर्थ: पुरुषार्थ और कर्म ही मनुष्य को महान बनाते हैं।


11. कर्मशीलता का लाभ

कर्मणा जायते जीवः, कर्मणाैच वियोज्यते।  
सत्कर्मसंग्रहो यस्य, स याति परमां गतिम्।।  

अर्थ: कर्म से ही जीवन चलता है और कर्म से ही मोक्ष प्राप्त होता है।Karma Par Sanskrit Shlok


12. आलस्य त्याग करो

आलस्यं हि मनुष्याणां शरीरस्थो महान् रिपुः।  
नास्त्युद्यमसमो बन्धुः कृत्वा यं नावसीदति।।  

अर्थ: आलस्य सबसे बड़ा शत्रु है। परिश्रम मनुष्य का सच्चा मित्र है।


13. कर्म ही पूजा है

कर्म हीनं न जीवनं, कर्म योगः सदा श्रेयः।  
कर्माेविनीतं मनः, शान्तिं गच्छति निश्चलम्।।  

अर्थ: कर्म के बिना जीवन अधूरा है। कर्मशील व्यक्ति ही सच्ची शांति पाता है।


14. सत्य और कर्म

सत्यमेव जयते नानृतं, कर्मणैव हि समृद्धये।  
कर्मशक्ति: सदा धर्मः, कार्ये सिद्धिर्भवेद्ध्रुवम्।।  

अर्थ: सत्य और कर्म से ही सफलता प्राप्त होती है।


15. अच्छे कर्म करो

सदा सुकर्म कुरु मनुष्य, मा क्लेशं भव भविष्यतः।  
सत्कर्मणः फलं प्राप्य, सदा तुष्टिं भवाम्यहम्।।  

अर्थ: अच्छे कर्म करने से ही सुख और संतोष मिलता है।


16. जीवन का आधार कर्म है

कर्मात्मिका जगत्सृष्टिः, कर्म बन्धनमिष्यते।  
कर्मयोगे स्थिरो भूत्वा, मुच्यते कर्मबन्धनात्।।  

अर्थ: कर्म ही सृष्टि का आधार है, और कर्म से ही बंधन उत्पन्न होते हैं।


17. कर्म से भाग्य

न दैवं कर्महीनस्य, न भाग्यं सन्निकृष्टकम्।  
कर्म एव विजानाति, भवितव्यं सतां पथम्।।  

अर्थ: कर्महीन व्यक्ति का भाग्य भी सहायता नहीं करता।


18. अच्छे और बुरे कर्म

सत्कर्माणि करोत्येव, यः पुमान् स्वगृहं प्रति।  
दुष्कर्मफलभोगेन, पतति दुर्गतिं परम्।।  

अर्थ: अच्छे कर्म करने से सुख मिलता है और बुरे कर्म से पतन।


19. समय का सदुपयोग

कालः क्रीडति गच्छति यौवनं, वित्तं तस्य वयं च सदा गतिः।  
कर्म सन्धानमिहैव मर्त्ययोः, कृत्वा यशः पतति नाधमं कदाचित्।।  

अर्थ: समय और यौवन क्षणभंगुर हैं। समय का सदुपयोग करें।


20. त्याग और कर्म

त्यज कष्टं च दुःखं च, सदा सत्कर्मणं व्रज।  
कर्मणे धर्ममास्थाय, सद्गतिं प्राप्नुहि ध्रुवम्।।  

अर्थ: कठिनाइयों को त्यागकर सदा अच्छे कर्म करते रहो, यही धर्म है।


ये श्लोक जीवन में कर्म के महत्व को समझाने में सहायक हैं।

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