Karva chauth kab hai|करवा चौथ कब है

Karva chauth kab hai:

2023 में करवा चौथ 1 नवंबर, बुधवार को मनाया जाएगा। कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 31 अक्टूबर, मंगलवार को रात 9 बजकर 30 मिनट से शुरू होकर एक नवंबर, बुधवार को रात 9 बजकर 19 मिनट तक है। उदया तिथि के अनुसार, करवा चौथ का व्रत 1 नवंबर को रखा जाएगा।

करवा चौथ कब है?

करवा चौथ का व्रत विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुखमय जीवन के लिए रखती हैं। इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं और शाम को चंद्रोदय के बाद ही व्रत खोलती हैं। करवा चौथ के दिन महिलाएं करवा माता की पूजा करती हैं और अपने पति के लिए अर्घ्य देती हैं ।

करवा चौथ की कथा

करवा चौथ की कथा एक साहूकार की सात बेटियों की है। उनमें से सबसे छोटी बेटी करवा थी। करवा बहुत ही सुंदर और पतिव्रता थी। उसके पति का नाम वृद्धश्माली था। वह एक अच्छा और दयालु व्यक्ति था।

एक दिन, वृद्धश्माली नदी में स्नान करने गया था। तभी एक मगरमच्छ ने उसका पैर पकड़ लिया और उसे पानी में खींचने लगा। वृद्धश्माली को बचाने के लिए करवा ने तुरंत एक कच्चा धागा लेकर मगरमच्छ को एक पेड़ से बांध दिया। मगरमच्छ ने बहुत कोशिश की, लेकिन वह कच्चे धागे से नहीं छूट पाया।

करवा के सतीत्व के कारण मगरमच्छ को भारी पीड़ा हो रही थी। उसने करवा से अपने प्राण बचाने की गुहार लगाई। करवा ने उसे छोड़ने का वादा किया, लेकिन उसने वृद्धश्माली को नहीं छोड़ा।

करवा ने 12 साल तक अपने पति की प्रतीक्षा की। वह हर दिन नदी के किनारे बैठकर चंद्रमा को अर्घ्य देती थी। करवा की भक्ति से प्रसन्न होकर गणेश जी ने वृद्धश्माली को जीवित कर दिया।

वृद्धश्माली को जीवित देखकर करवा बहुत खुश हुई। उसने अपने पति को गले लगा लिया। वृद्धश्माली ने करवा की भक्ति से प्रसन्न होकर उसे वरदान दिया कि वह हमेशा सुखी और समृद्ध रहेगी।

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करवा चौथ की कथा से यह शिक्षा मिलती है कि सतीत्व और भक्ति से हर कठिनाई को दूर किया जा सकता है। http://digitallycamera.com

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