Pollution essay in Sanskrit ,पर्यावरण का निबंध संस्कृत में बहुत ही बेहतरीन तरीके से लिखा गया है। आशा है आप लोगों को पसन्द आया होगा । कृपया हमें कमेंट करें।
Pollution essay in Sanskrit
पर्यावरणं तदेव वातावरणं यस्मिन् वयं जीवामः। अस्माकं जीवनं सुखदं कर्तुं साहाय्यं करोति। वातावरणे वायुः, जलः, पृथिवी, वनाः, पशवः इत्यादयः सन्ति । एतेषां सर्वेषां अस्माकं जीवने महत्त्वपूर्णं स्थानं वर्तते।
अस्माकं श्वसनार्थं वायुः आवश्यकः अस्ति। अस्माकं कृते जलं पानम्, कृषिः, स्नानम् इत्यादिषु आवश्यकम् अस्ति। अस्माकं जीवितुं, कृषिं कर्तुं, वनरोपणं कर्तुं च पृथिवी आवश्यकी अस्ति। प्राणवायुप्रदानं, क्षरणात् भूमिरक्षणं, जलवायुनियन्त्रणम् इत्यादिषु वनानि अस्मान् साहाय्यं कुर्वन्ति । अस्माकं जीवनं सुखदं कर्तुं पशवः सहायकाः भवन्ति।
पर्यावरणप्रदूषणस्य कारणेन अस्माकं पर्यावरणं दूषितं भवति। वायुप्रदूषणं, जलप्रदूषणं, शब्दप्रदूषणं, भूमिप्रदूषणम् इत्यादयः पर्यावरणप्रदूषणस्य मुख्यकारणानि सन्ति । पर्यावरणप्रदूषणस्य कारणात् वयं बहुभिः रोगैः पीडिताः भवितुम् अर्हति ।
पर्यावरणस्य स्वच्छतायै वयं सर्वे मिलित्वा प्रयत्नाः करणीयाः। अस्माभिः वृक्षाः रोपनीयाः, न तु तत्र तत्र कचराणां प्रसारणं करणीयम्, सार्वजनिकस्थानानि च स्वच्छानि भवितव्यानि। पर्यावरणं दूषयन्तः कार्याणि अस्माभिः परिहर्तव्यानि।Pollution essay in Sanskrit
पर्यावरणसंरक्षणार्थं युक्तयः
- वृक्षाः रोपनीयाः।
- तत्र तत्र कचरान् न प्रसारयेत्।
- सार्वजनिकस्थानानि स्वच्छानि भवितव्यानि ।
- पर्यावरणं प्रदूषयन्ति ये क्रियाकलापाः तेषां परिहारः करणीयः।
- ऊर्जायाः संरक्षणं करणीयम्।
- प्राकृतिकसम्पदां सम्यक् उपयोगः करणीयः।
पर्यावरणस्य स्वच्छता अस्माकं सर्वेषां दायित्वम् अस्ति। वयं सर्वे मिलित्वा पर्यावरणस्य रक्षणाय प्रयत्नशीलाः स्मः।Pollution essay in Sanskrit
पर्यावरण का निबंध का अर्थ हिंदी में
पर्यावरण वह परिवेश है, जिसमें हम रहते हैं। यह हमारे जीवन को सुखमय बनाने में सहायक है। पर्यावरण में वायु, जल, पृथ्वी, वन, जीव-जंतु आदि सभी शामिल हैं। इन सभी का हमारे जीवन में महत्त्वपूर्ण स्थान है।
वायु हमें सांस लेने के लिए आवश्यक है। जल हमें पीने, खेती करने, नहाने आदि के लिए आवश्यक है। पृथ्वी हमें रहने, खेती करने, वन लगाने आदि के लिए आवश्यक है। वन हमें ऑक्सीजन प्रदान करने, भूमि को कटाव से बचाने, जलवायु को नियंत्रित करने आदि में सहायता करते हैं। जीव-जंतु हमारे जीवन को सुखमय बनाने में सहायक हैं।
पर्यावरण प्रदूषण के कारण हमारा पर्यावरण दूषित हो रहा है। वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण, भूमि प्रदूषण आदि पर्यावरण प्रदूषण के प्रमुख कारण हैं। पर्यावरण प्रदूषण से हम कई तरह की बीमारियों से ग्रस्त हो सकते हैं।
पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए हमें सभी को मिलकर प्रयास करने चाहिए। हमें पेड़ लगाने चाहिए, कचरा इधर-उधर नहीं फैलाना चाहिए, सार्वजनिक स्थानों को साफ-सुथरा रखना चाहिए। हमें पर्यावरण को प्रदूषित करने वाले कार्यों से बचना चाहिए।Pollution essay in Sanskrit
पर्यावरण संरक्षण के लिए सुझाव
- पेड़ लगाना चाहिए।
- कचरा इधर-उधर नहीं फैलाना चाहिए।
- सार्वजनिक स्थानों को साफ-सुथरा रखना चाहिए।
- पर्यावरण को प्रदूषित करने वाले कार्यों से बचना चाहिए।
- ऊर्जा का संरक्षण करना चाहिए।
- प्राकृतिक संसाधनों का सदुपयोग करना चाहिए।
पर्यावरण को स्वच्छ रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। हम सभी मिलकर पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रयास करें।Pollution essay in Sanskrit
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