शब्द रूप संस्कृत , Shabd Roop In Sanskrit , बालक, अस्मद् , युष्मद्, तद् , का शब्द रूप आदि के साथ साथ पोस्ट में बहुत सारे शब्दों के रूप संस्कृत भाषा में लिखा गया है ।
Shabd Roop In Sanskrit
1.बालक शब्द रूप
बालक का शब्द रूप निम्न प्रकार से लिखेगें। यह रूप बालक अकारान्त पुल्लिङ्ग है ।Shabd Roop In Sanskrit
विभक्ति | एकबचन | द्विवचन | बहुबचन |
प्रथमा | बालकः | बालकौ | बालकाः |
द्वितीया | बालकम् | बालकौ | बालकान् |
तृतीया | बालकेन | बालकेभ्याम् | बालकैः |
चतुर्थी | बालकाय | बालकेभ्याम् | बालकेभ्यः |
पंचमी | बालकात् | बालकेभ्याम् | बालकेभ्यः |
षष्टी | बालकस्य | बालकायोः | बालकानाम् |
सप्तमी | बालके | बालकायोः | बालकेषु |
संबोधन | हे बालकः | हे बालकौ | हे बालकाः |
2. युष्मद् – तू, तुम् ( तीनों लिङ्गं)
युष्मद् , तू, तुम् ( तीनों लिङ्गं) का रूप निम्न तरह से लिखेगें।Shabd Roop In Sanskrit
विभक्ति | एकबचन | द्विवचन | बहुबचन |
प्रथमा | त्वम् | युवाम् | यूयम् |
द्वितीया | त्वाम् /त्वा | युवाम् /वाम् | युष्मान् /वः |
तृतीया | त्वया | युवाभ्याम् | युष्माभिः |
चतुर्थी | तुभ्यम् | युवाभ्याम् | युष्मभ्यम्/ वः |
पंचमी | त्वत् | युवाभ्याम् | युष्मत् |
षष्टी | तव /ते | युवयोः , वाम् | युष्माकम् /वः |
सप्तमी | त्वयि | युवयोः | युष्मासु |
3.अस्मद् शब्द रूप
अस्मद्, मैं, हम् यह तीनो लिंग में आता है , इनका रूप निम्न प्रकार से लिखेंगे। Shabd Roop In Sanskrit
विभक्ति | एकबचन | द्विवचन | बहुबचन |
प्रथमा | अहम् | आवम् | वयम् |
द्वितीया | माम् , मा | आवम् , नौ | अस्मान् , नः |
तृतीया | मया | आवाभ्याम् | अस्माभिः |
चतुर्थी | मह्यम् , मे | आवाभ्याम् | अस्मभ्यम् , नः |
पंचमी | मत् | आवाभ्याम् | अस्मत् |
षष्टी | मम् , मे | आवयोः, नौ | अस्माकम् , नः |
सप्तमी | मयि | आवयोः | अस्मासु |
4. तद् पुंलिङ्ग का शब्द रूप
तद् , वह (पुंलिङ्ग) का शब्द रूप निम्न प्रकार से लिख सकते है।
विभक्ति | एकबचन | द्विवचन | बहुबचन |
प्रथमा | सः | तौ | ते |
द्वितीया | तम् | तौ | तान् |
तृतीया | तेन | ताभ्याम् | तैः |
चतुर्थी | तस्मै | ताभ्याम् | तेभ्यः |
पंचमी | तस्मात् | ताभ्याम् | तेभ्यः |
षष्टी | तस्य | तयोः | तेषाम् |
सप्तमी | तस्मिन् | तयोः | तेषु |
5.तद् स्त्रीलिङ्ग का शब्द रूप
तद् – वह स्त्रीलिङ्ग का शब्द रूप निम्न प्रकार से लिखेगे ।
विभक्ति | एकबचन | द्विवचन | बहुबचन |
प्रथमा | सा | ते | ताः |
द्वितीया | ताम् | ते | ताः |
तृतीया | तया | ताभ्याम् | ताभिः |
चतुर्थी | तस्यै | ताभ्याम् | ताभ्यः |
पंचमी | तस्याः | ताभ्याम् | ताभ्यः |
षष्टी | तस्याः | तयोः | तासाम् |
सप्तमी | तस्याम् | तयोः | तासु |
6. यद् नपुंसकलिङ्ग
विभक्ति | एकबचन | द्विवचन | बहुबचन |
प्रथमा | यत् | ये | यानि |
द्वितीया | यत् | ये | यानि |
तृतीया | येन | याभ्याम् | याभिः |
चतुर्थी | यस्मै | याभ्याम् | याभ्यः |
पंचमी | यस्मात् | याभ्याम् | याभ्यः |
षष्टी | यस्य | ययोः | येषाम् |
सप्तमी | यस्मिन् | ययोः | येषु |
7.तद् नपुंसकलिङ्ग का शब्द रूप
विभक्ति | एकबचन | द्विवचन | बहुबचन |
प्रथमा | तत् | ते | तानि |
द्वितीया | तत् | ते | तानि |
तृतीया | तेन | ताभ्याम् | तैः |
चतुर्थी | तस्मै | ताभ्याम् | तेभ्यः |
पंचमी | तस्मात् | ताभ्याम् | तेभ्यः |
षष्टी | तस्य | तयोः | तेषाम् |
सप्तमी | तस्मिन् | तयोः | तेषु |
Shabd Roop In Sanskrit
इसे भी पढ़ें
👉देवतात्मा हिमालयः का संस्कृत में निबंध | Click Here |
👉होलिकोत्सवः का संस्कृत में निबंध | Click Here |
👉तीर्थराज प्रयागः का संस्कृत में निबंध | Click Here |
👉विद्याधनम् सर्व धनं प्रधानम् का संस्कृत में निबंध | Click Here |
👉संस्कृत में सभी फलों के नाम | Click Here |
👉प्रत्यय किसे कहते हैं , परिभाषा, प्रकार और भेद उदाहरण सहित | Click Here |
👉शब्द रूप संस्कृत में | Click Here |
👉संस्कृत में निबंध कैसे लिखें | Click Here |
Shabd Roop In Sanskrit और किसी का रूप पढ़ना हो तो कमेंट करके बताएं। हम आप को और जनकारी देगें।छात्र जीवनम् संस्कृत में निबंध | Chatra Jiwanam All Fruits name in Sanskrit | संस्कृत में सभी फलों के नाम
अगर किसी के जीवन परिचय के बारे में जानकारी लेना चाहते हैं तो पढें –Biographyrp.com digitallycamera.com
11 thoughts on “शब्द रूप संस्कृत में | Shabd Roop In Sanskrit”